लोकसभा चुनाव के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत दूसरी बार यूपी में हैं. बीजेपी इस बार के आम चुनाव में समाजवादी पार्टी से पिछड़ गई. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत तीन दिवसीय दौरे पर रविवार रात आठ बजे वाराणसी पहुंचे. बाबतपुर एयरपोर्ट से सीधे संघ प्रमुख सिगरा स्थित संघ कार्यालय पहुंचे, जहां वो रात ठहरे हैं.
उनके बनारस पहुंचने पर क्षेत्र व प्रांत प्रचारक समेत अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे. बताया गया है कि संघ के शताब्दी वर्ष की तैयारी को लेकर भी मंथन हुआ. संघ की शाखा विस्तार से लेकर यूथ को जोड़ने पर भी बातचीत हुई. दलित बस्तियों में तालमेल बैठकें करने पर भी बातचीत हुई. प्रांतीय पदाधिकारियों के साथ बैठक में काशी क्षेत्र में संघ की शाखाओं के विस्तार, नई कार्यनीति और आगामी रणनीति तय करने के साथ शताब्दी विस्तारक चुने जाने पर भी मंथन हुआ.
काल भैरव और काशी विश्वनाथ मंदिर जाएंगे
वाराणसी दौरे के दूसरे दिन सोमवार को संघ प्रमुख संघ प्रमुख काल भैरव और काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा पाठ करेंगे. मोहन भागवत गाजीपुर जाकर हथियाराम मठ में दर्शन करेंगे. गाजीपुर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मोहन भागवत परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद पर रचित पुस्तक का लोकार्पण करेंगे. यह पुस्तक संघ प्रमुख के सुझाव पर लिखी गई है. इस पुस्तक को मुंबई के डॉ. रामा चंद्रन श्रीनिवासन ने लिखा है. दौरे के अंतिम दिन वो मिर्जापुर जाएंगे. वाराणसी दौरे से पहले आरएसएस प्रमुख गोरखपुर भी गए थे.
गोरखपुर में संघ के विस्तार पर हुई थी चर्चा
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गोरखपुर में कार्यकर्ता शिविर में संघ के विस्तार, राजनीतिक परिदृश्य और सामाजिक सरोकारों पर चर्चा की थी. इसमें काशी, गोरखपुर, कानपुर और अवध क्षेत्र में संघ की जिम्मेदारी संभाल रहे संघ के करीब 280 स्वयंसेवक कार्यकर्ता विकास वर्ग शामिल हुए थे.